iQOO Z9s Pro Introduction: हम अपने रिव्यू में डिटेल में टेस्ट करते हैं और निष्पक्ष राय देते हैं, ताकि आपको सही जानकारी मिले कि जिस फोन का रिव्यू किया गया है, वह खरीदने लायक है या नहीं। इसके साथ ही, हम आपको उसकी विशेषताएं और कमियां भी स्पष्ट रूप से बताते हैं।
आज हमारे पास है iZ9 S Pro2 सीरीज का एक स्मार्टफोन, जो हाल ही में अपने प्राइस सेगमेंट में लॉन्च हुआ है। इस प्राइस रेंज में कई अन्य प्रतियोगी जैसे OnePlus और Motorola मौजूद हैं।
iQOO Z9s Pro Display
iQOO Z9s Pro फोन में एक फुल HD प्लस 3D कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दी गई है। मैं आपको स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह कर्व्ड डिस्प्ले वैसी नहीं है जैसी अक्सर Motorola के फोन में देखने को मिलती है, जहां डिस्प्ले छोटी और पतली होती है। इस फोन में आपको लगभग फ्लैट जैसा ही आस्पेक्ट रेशियो मिलता है, लेकिन उसे कर्व्ड किया गया है। जब आप इस फोन को हाथ में लेंगे, तो आपको यह ब्रॉड डिस्प्ले का अनुभव देगा। यह एक अलग तरह की कर्व्ड डिस्प्ले है, जिसे मिसअंडरस्टैंड नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा, इसमें 120Hz की हाई रिफ्रेश रेट दी गई है, लेकिन FunTouch OS में वो स्मूदनेस नहीं मिलेगी जैसी उम्मीद की जाती है। इसका एनिमेशन थोड़ा धीमा है, उदाहरण के लिए, आपको यह इस्तेमाल करते समय हल्का स्लो महसूस हो सकता है। इस समस्या का समाधान आप डेवलपर ऑप्शंस में जाकर एनिमेशन स्केल को ज़ीरो कर सकते हैं, जिससे फोन की स्पीड बढ़ जाएगी।
साथ ही, इसमें 4500 निट्स की पीक ब्राइटनेस है, जो काफी प्रभावशाली है। हमने इसकी विज़िबिलिटी को इनडोर और आउटडोर दोनों जगहों पर जांचा, और इसका पैनल बेहतरीन प्रदर्शन करता है। हमने इसे OnePlus के फ़्यूज़न मॉडल के साथ भी तुलना की, जो लगभग इसी प्राइस रेंज में आता है। OnePlus में डिस्प्ले पर अतिरिक्त सुरक्षा और पहले से लगा स्क्रीन गार्ड मिलता है, साथ ही बेज़ल्स भी कम हैं।
कुल मिलाकर, दोस्तों, एक वाक्य में कहूं तो इस फोन की डिस्प्ले उसकी कीमत के हिसाब से बहुत अच्छी है।
iQOO Z9s Pro Software
सॉफ्टवेयर की बात करें तो इसमें आपको FunTouch OS 14 और Android 14 का सपोर्ट मिलता है। सबसे पहले, मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मैं FunTouch OS का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं, लेकिन यह भी कहना पड़ेगा कि इस ओएस में काफी सुधार हुए हैं। अगर आप इसे पुराने वर्ज़न से तुलना करें, तो उन्होंने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। आपको इस डिवाइस के लिए 2 साल के सॉफ़्टवेयर अपडेट्स और 3 साल के सुरक्षा पैच मिलेंगे, जो काफी अच्छा है। इसका मतलब है कि आप इस फोन को Android 16 तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालांकि, इस फोन में आपको कुछ ब्लोटवेयर देखने को मिलेंगे। जब हमने इसे बॉक्स से निकाला, तो हमें Facebook ब्राउज़र और V-Store जैसी कई अनचाही ऐप्स के नोटिफिकेशन मिल रहे थे। मेरे अनुसार, 25,000 रुपये की कीमत वाले फोन के हिसाब से यह स्वीकार्य नहीं है। यह एक कंस्ट्रक्टिव फीडबैक है कि ब्रांड को इस तरह की अनचाही ऐप्स को पहले से डिवाइस में न डालने पर काम करना चाहिए, खासकर जब वह मिड-रेंज या अपर मिड-रेंज सेगमेंट के फोन लॉन्च कर रहे हों। इससे फोन का उपयोगकर्ता अनुभव बेहतर हो जाएगा और डिवाइस को अधिक स्मूथ बनाया जा सकेगा।
लॉक स्क्रीन पर आपको पोस्टर्स दिखाई देंगे, लेकिन आप सेटिंग्स में जाकर इन्हें हटा सकते हैं, जिससे आपकी लॉक स्क्रीन पूरी तरह से क्लीन हो जाएगी। साथ ही, अगर आप कॉल रिकॉर्डिंग करना चाहते हैं, तो इसमें स्टॉक डायलर है, जिससे यह संभव है। कुल मिलाकर, FunTouch OS का अनुभव पहले से बेहतर हो रहा है, और उम्मीद है कि ब्रांड इसमें और सुधार करता रहेगा।
iQOO Z9s Pro Battery
बैटरी की बात करें तो इसमें आपको 5500mAh की बैटरी मिलती है, जो फोन की बेहतरीन बिल्ड क्वालिटी के साथ अच्छी तरह मेंटेन की गई है। इसके बावजूद इतनी बड़ी बैटरी का होना काफ़ी प्रभावशाली है। साथ ही, 80W का चार्जर बॉक्स में दिया गया है, जो एक बहुत अच्छी बात है, खासकर जब आजकल कई ब्रांड्स बॉक्स में चार्जर नहीं दे रहे। इस फोन को 0 से 100% तक फुल चार्ज होने में लगभग 45 से 50 मिनट का समय लगता है, जो काफी तेज़ है।
जहां तक बैटरी ड्रेन का सवाल है, हमने इस फोन को सुबह 5:30 बजे 100% चार्ज करके, 4K वीडियो प्लेबैक फुल ब्राइटनेस पर छोड़ दिया। लगभग 42 घंटे बाद जब हमने बैटरी चेक की, तो 24% बैटरी ड्रेन हो चुकी थी यानी बैटरी 76% पर थी, जो काफी अच्छा प्रदर्शन था। इसके बाद हमने इसका 9 घंटे का स्टैंडबाय टेस्ट किया, जिसमें बैटरी केवल 3% ही ड्रॉप हुई, यानी 76% से 73% तक।
ओवरऑल, फोन की स्टैंडबाय परफॉर्मेंस बेहतरीन है। अगर आप सामान्य इस्तेमाल करते हैं, तो बैटरी आराम से एक दिन तक चलेगी। दिन के अंत में आपको इसे दोबारा चार्ज करने की ज़रूरत होगी। अगर आप सुबह इसे पूरी तरह से चार्ज करते हैं और दिनभर इस्तेमाल करते हैं, तो यात्रा के दौरान आपको बैटरी की चिंता करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। यह फोन आपकी दिनभर की जरूरतें आसानी से पूरा कर सकता है।
iQOO Z9s Pro Performance
यहां बात हो रही है Snapdragon 7 Gen 3 की, जो हमें अक्सर इस प्राइस रेंज में देखने को मिलता है। हालांकि, सभी ब्रांड्स इसका उपयोग नहीं करती हैं, केवल वे ब्रांड्स जो अपने फोन में बेहतर वैल्यू प्रदान करना चाहती हैं, इस चिपसेट का इस्तेमाल करती हैं, और iQOO उनमें से एक है। यह चिपसेट अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है।
यह चिपसेट आपको 4nm आर्किटेक्चर पर मिलता है, जो इसे अधिक पावर-इफिशियंट बनाता है। हमने इसका AnTuTu Score चेक किया जो लगभग 8 लाख के आसपास था, जो इस प्राइस सेगमेंट में काफी प्रभावशाली है। तुलना के लिए, OnePlus के स्कोर भी इसी रेंज में हैं, जबकि Motorola Edge 30 Ultra का स्कोर करीब 8.5 लाख था।
जहां तक CPU थ्रॉटलिंग की बात है, यह लगभग 95% तक स्थिर था, यानी थ्रॉटलिंग के मुद्दे नहीं थे। हालांकि, थर्मल मैनेजमेंट में कुछ सुधार की जरूरत है। हमने फोन का अधिकतम तापमान 44°C तक नोट किया, जो थोड़ा अधिक है, लेकिन इसे वेपर चैंबर कूलिंग तकनीक से नियंत्रित करने की कोशिश की गई है। फिर भी, थर्मल्स को और बेहतर किया जा सकता है।
इसके साथ ही आपको LPDDR4x RAM और UFS 2.1 स्टोरेज मिलती है, जो सामान्य उपयोग और मल्टीटास्किंग के लिए बेहतरीन परफॉर्मेंस देती हैं।
iQOO Z9s Pro Ram & Storage
इसमें हमें UFS स्टोरेज की स्पीड भी देखी, जो काफी ठीक लगी, लेकिन इसे और बेहतर किया जा सकता था। उदाहरण के लिए, iQOO Z9s, जो 20,000 रुपये से कम कीमत में आता है और जिसमें Dimensity 7300 चिपसेट है, उसकी स्टोरेज स्पीड 80,000 से अधिक थी। यह थोड़ा अजीब लगा कि इस फोन की स्पीड कम क्यों रही, हालांकि, यह प्रदर्शन अभी भी संतोषजनक है।
हमने इसके साथ अन्य फोन जैसे Tecno C4 और Motorola की मेमोरी परफॉर्मेंस की तुलना की, जहां ऐप ओपन और क्लोज के बाद 5 मिनट में रैम मैनेजमेंट काफी बेहतर दिखा। ऐसा लगता है कि ब्रांड ने रैम मैनेजमेंट पर अच्छा ऑप्टिमाइजेशन किया है। हमने एक वीडियो रेंडर टेस्ट किया जिसमें 6 मिनट की वीडियो थी, जिसका फाइल साइज 2GB से अधिक था। इस फोन ने केवल 4 मिनट में इसे रेंडर कर दिया, और अधिकतम तापमान 37°C तक गया, जो काफी प्रभावशाली है।
अगर आप इस फोन को वीडियो एडिटिंग के लिए उपयोग करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प है। हमने 3DMark टेस्ट में फोन को और स्ट्रेस दिया, जहां स्कोर्स अच्छे थे, बैटरी ड्रेन कम था और तापमान भी नियंत्रण में रहा। साथ ही, FPS (फ्रेम प्रति सेकंड) भी 22 से 41 के बीच स्थिर था, जो प्रदर्शन के लिहाज से बढ़िया है।
iQOO Z9s Pro Gaming
गेमिंग की बात करें तो हमने इस फोन में BGMI (बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया) टेस्ट किया, जहां आपको अधिकतम 60fps का सपोर्ट मिलता है, जिसे “एक्सट्रीम” ग्राफिक्स ऑप्शन के तहत अनुभव किया जा सकता है। हालांकि, 90fps का विकल्प दुर्भाग्यवश उपलब्ध नहीं है। हमने कॉल ऑफ ड्यूटी भी खेला, जिसे आप “वेरी हाई” ग्राफिक्स और “मैक्स” फ्रेम रेट पर सेट करके खेल सकते हैं।
इसके अलावा, हमने जेंसिन इम्पैक्ट को प्रदर्शन परखने के लिए आधे घंटे तक लगातार खेला, और इसमें स्थिर 59 से 60fps का फ्रेम रेट मिला। कुल मिलाकर, गेमिंग प्रदर्शन काफी प्रभावशाली है। दिन-प्रतिदिन के कामों के लिए यह फोन बहुत अच्छी परफॉर्मेंस देता है।
हालांकि, जब फोन को अधिक तनाव वाले एक्सट्रीम टेस्ट्स परखते हैं, तो यह थोड़ा हीट होता है, जिसे और बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।
iQOO Z9s Pro Camera
“इस डिवाइस में 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है, जिसमें फेस टोन और स्किन टोन को नेचुरल बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया गया है। ब्रांड ने इस पर काफी अच्छा काम किया है। मैं आपको नॉर्मल और ज़ूम, दोनों मोड्स दिखा रहा हूं—1x और 2x ज़ूम, जो इस प्राइस रेंज में अच्छा प्रदर्शन करता है। इसके बाद हमने इसे OnePlus और Edge50 Fusion, जो इसके लोकप्रिय प्रतिस्पर्धियों में से एक है, से तुलना की। हमने एक पोर्ट्रेट फोटो ली और अन्य नॉर्मल डे फोटोस पर चर्चा की तो पिक्चर क्वालिटी काफी अच्छी पाई गई। डायनामिक रेंज और शार्पनेस दोनों ही बेहतरीन हैं। विशेष रूप से, मूविंग ऑब्जेक्ट जैसे कि चलती हुई बस को भी कैमरे ने साफ तरीके से कैप्चर किया, और ज़ूम करने पर भी डिटेल्स स्पष्ट दिखीं। यह एक महत्वपूर्ण बिंदु था जिसे हमने यहां नोटिस किया।
हमने 0.6x, 1x और 2x ज़ूम के साथ अलग-अलग तरीके से फोटो लीं, और अल्ट्रा-वाइड मोड में भी टेस्ट किया। हालांकि, कलर शिफ्टिंग का थोड़ा असर देखा गया। ज़ूम मोड में 10x तक की डिजिटल ज़ूमिंग की सुविधा मिलती है, जबकि टेलीफोटो सेंसर नहीं है, फिर भी पिक्चर क्वालिटी काफ़ी संतोषजनक थी। डे-टाइम सेल्फी पोर्ट्रेट्स में अच्छी शार्पनेस मिली, लेकिन एज डिटेक्शन को और बेहतर किया जा सकता है, विशेष रूप से कानों और ठुड्डी के पास जहां बोके इफेक्ट के कारण थोड़ी कमी देखी गई। डायनामिक रेंज अच्छा है और फ्लिकरिंग की समस्या न के बराबर पाई गई।
वीडियो जूम की बात करें तो यहां भी 10x तक की डिजिटल ज़ूम की सुविधा है और क्वालिटी भी अच्छी है। सेल्फी वीडियो में स्टेबलाइजेशन अच्छा था और डायनामिक रेंज और क्वालिटी भी संतोषजनक थी। सामान्य फोटोज में ब्राइटनेस और शार्पनेस अच्छी रही, हालांकि कभी-कभी घोस्टिंग का प्रभाव देखा गया, खासकर जब लाइट्स लेंस से टकराती हैं। इस घोस्टिंग का असर कभी-कभी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। फ्लेर्स को भी काफी हद तक नियंत्रित किया गया है, लेकिन इसमें और सुधार की गुंजाइश है।
नाइट मोड में 0.6x, 1x और 2x ज़ूम के साथ हमने टेस्ट किया, और तीनों में कलर शिफ्टिंग पाई गई। ह्यूमन पोर्ट्रेट नाइट मोड में फोटो क्वालिटी काफी अच्छी थी, खासकर 1x और 2x ज़ूम में। हमने इसे C4 और Edge50 Fusion से भी तुलना की, और दोनों में से iQOO Z9s Pro की कंट्रास्ट और नेचुरलिटी बेहतर लगी। नाइट मोड में रियर वीडियो भी अच्छा प्रदर्शन करता है, जिसमें स्टेबलाइजेशन और लाइटनिंग बढ़िया है, हालांकि कहीं-कहीं घोस्टिंग का असर दिख सकता है।
कुल मिलाकर, बजट मिड-रेंज में यह डिवाइस नाइट फोटोग्राफी में थोड़ा संघर्ष करता है, लेकिन फिर भी एक अच्छी कोशिश की गई है। सेल्फी वीडियो भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, और यदि आप अच्छी लाइटिंग कंडीशन में शूट करते हैं तो नाइट में भी अच्छी क्वालिटी मिलती है। डिवाइस के डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी पर भी काफी ध्यान दिया गया है।”
iQOO Z9s Pro Design & Build
पिछले हिस्से में आपको पॉलीकार्बोनेट बैक और पॉलीकार्बोनेट फ्रेम्स मिलते हैं। विभिन्न रंगों के विकल्प उपलब्ध हैं, और कैमरा लेआउट भी कुछ हद तक अलग है। Moto G पर गगन लेदर का विकल्प भी उपलब्ध होता है, जिसे आप अपने अनुसार कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
इसमें एक बड़ी बैटरी दी गई है, जिसकी थिकनेस 7.49 मिमी है और वजन 190 ग्राम है। बैटरी के बावजूद, फोन का बैक थोड़ा कर्व्ड है, जिससे आपको इसे पकड़ने में बेहतर ग्रिप मिलती है। इन-हैंड फील काफी अच्छा है। इस फोन को IP64 रेटिंग प्राप्त है, जो कि पानी और धूल से सुरक्षा प्रदान करती है।
ड्यूल स्पीकर्स की गुणवत्ता की बात करें तो, बेस डेसेंट है, लेकिन वॉल्यूम पर ध्यान देना पड़ सकता है। अधिकतम वॉल्यूम 300 है, लेकिन यदि आप इसे 100 पर सेट करते हैं, तो बेस बेहतर होता है, जबकि लाउडनेस काफी प्रभावशाली है।
फोन में ड्यूल माइक और अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर है, जो कि तेज और रिस्पांसिव है। नेटवर्क कनेक्टिविटी की दृष्टि से, यह 5G को सपोर्ट करता है और दोनों सिम में 5G का समर्थन करता है। नेटवर्क ड्रॉप्स के मुद्दे कम हैं, और 5G नेटवर्क स्थिर रूप से दिखाई देता है। डाउनलोड्स की गति भी अच्छी रही है।
आपको 8 5G बैंड्स का समर्थन मिलता है, जो मुख्यधारा के 5G बैंड्स को कवर करता है। इसमें Wi-Fi 6, ब्लूटूथ 5.4, और Widevine L1 का समर्थन भी है। कैमरा2 API और अन्य सभी सेंसर्स का भी समर्थन है, लेकिन AAC कोडेक का सपोर्ट नहीं है।
अब हम प्राइस की बात करें, तो इसे अंतिम विचार में शामिल किया जाएगा।
iQOO Z9s Pro Conclusion
फोन के बारे में हमारी विस्तृत समीक्षा के आधार पर, सभी प्रमुख पहलुओं को गहराई से परीक्षण करके जानकारी प्रदान की गई है। प्राइसिंग की बात करें तो, यह फोन 25,000 रुपये से शुरू होता है, जिसमें 8GB RAM और 128GB स्टोरेज का बेस वेरिएंट शामिल है। इसके अलावा, 8GB RAM और 256GB स्टोरेज, और 12GB RAM और 256GB स्टोरेज वाले वेरिएंट भी उपलब्ध हैं। ब्रांड अक्सर 3,000 रुपये तक की छूट भी प्रदान करता है, जिससे कार्ड धारकों के लिए यह एक लाभकारी अवसर हो सकता है।
हालांकि, उन लोगों के लिए जिनके पास कार्ड्स नहीं हैं, फोन की कीमत 25,000 रुपये ही रहेगी। यदि हम इस प्राइस रेंज में प्रतिस्पर्धा की बात करें, तो नथिंग फ़ोन 2, वनप्लस 8, और मोटोरोला के अन्य विकल्प भी मौजूद हैं। इनमें से किसी एक की तुलना में यह फोन भी काफी अच्छा विकल्प है। यह कहना कि कोई अन्य फोन अधिक बेहतर है या यह फोन कम अच्छा है, उचित नहीं होगा।
iQOO ने हमेशा अपने फोन को इस प्राइस रेंज में प्रतिस्पर्धी बनाया है, और इस बार भी उन्होंने अपने फोन के माध्यम से अच्छा काम किया है। 25,000 रुपये की रेंज में, यह फोन काफी प्रभावशाली है, हालांकि कुछ क्षेत्रों में ब्रांड द्वारा अपडेट की आवश्यकता हो सकती है।
कुल मिलाकर, यह फोन निश्चित रूप से 25,000 रुपये की श्रेणी में एक अच्छा विकल्प है। यदि आपके पास कोई और प्रश्न या तुलना देखनी हो, तो कृपया कमेंट में बताएं।